कमर दर्द क्यों होता है – कारण, लक्षण और बचाव के तरीके
परिचय
कमर दर्द आजकल हर उम्र के लोगों में देखा जा रहा है। यह केवल बुजुर्गों की समस्या नहीं है। लंबे समय तक बैठना, गलत पोश्चर और तनाव इसके मुख्य कारण हैं। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है।
कमर दर्द के आम कारण
1. गलत बैठने या खड़े होने की आदत
कुर्सी पर झुककर बैठना या लंबे समय तक एक ही पोजीशन में रहना कमर पर दबाव डालता है।
2. भारी वजन उठाना
बिना सही तरीके से वजन उठाने पर मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
3. मांसपेशियों की कमजोरी
व्यायाम की कमी से पीठ की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे दर्द बढ़ता है।
4. हड्डियों से जुड़ी बीमारियां
स्लिप डिस्क, ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी बीमारियां भी कमर दर्द का कारण बनती हैं।
5. मानसिक तनाव
अत्यधिक तनाव मांसपेशियों को टाइट कर देता है, जिससे दर्द महसूस होता है।
कमर दर्द के लक्षण
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पीठ के निचले हिस्से में हल्का या तेज दर्द
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झुकने, बैठने या खड़े होने में परेशानी
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पैरों में झनझनाहट या कमजोरी
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लंबे समय तक चलने में कठिनाई
कमर दर्द से बचाव के उपाय
1. सही पोश्चर अपनाएं
बैठते समय पीठ सीधी रखें। कंप्यूटर स्क्रीन आंखों की सीध में हो।
2. नियमित व्यायाम करें
योग और स्ट्रेचिंग से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। तैराकी और पैदल चलना भी फायदेमंद है।
3. वजन पर नियंत्रण रखें
अत्यधिक वजन कमर पर दबाव बढ़ाता है। संतुलित आहार से वजन नियंत्रित रखें।
4. सही तरीके से वजन उठाएं
वजन उठाते समय घुटनों को मोड़ें और पीठ सीधी रखें।
5. तनाव कम करें
ध्यान और प्राणायाम से तनाव कम होता है और मांसपेशियां रिलैक्स रहती हैं।
घरेलू उपचार
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गर्म पानी की सिकाई से दर्द में राहत मिलती है।
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हल्की मालिश से मांसपेशियां लचीली होती हैं।
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हल्दी वाला दूध पीने से सूजन कम होती है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें
अगर दर्द लगातार तीन हफ्तों से अधिक रहे, पैरों में सुन्नपन हो या मूत्र संबंधी समस्या आए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
निष्कर्ष
कमर दर्द को नज़रअंदाज़ न करें। सही जीवनशैली, व्यायाम और संतुलित आहार से इससे बचा जा सकता है। समय रहते उपचार करने से यह समस्या गंभीर नहीं बनती।
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